इस निर्णय के बाद जैन समाज ने इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताते हुए कड़ा विरोध जताया और मामला बॉम्बे हाईकोर्ट तक पहुंच गया।
Prime News Network
2025-08-07 23:27:14